जशने ईदे ग़दीर का त्यौहार 12 वर्षो से लगातार मनाया जा रहा
दिनांक-29/07/2021
जौनपुर -जशने ईदे ग़दीर के अवसर पर हाजी मोहम्मद अली के इमामबाड़े बलुआघाट में जशने ईदे ग़दीर की खुशी में महफ़िल, आमाल हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम के व्यवस्थापक शहर गांव दर्पण (समाचारपत्र) के संपादक शब्बीर हैदर (अम्मार) ने किया। जशने ईदे ग़दीर के अवसर पर शहर के मशहूर शायरों ने अपने-अपने गैर तरही कलाम को अपने-अपने खूबसूरत अंदाज में पेश किया इसके बाद मौलाना फजले मुमताज साहब ने आमाल करा कर खुशी का इजहार किया। आप को बताता चलू की जशने ईदे ग़दीर व अमाल सन 2009 में मरहूम अली हुसैन (भईया) पुत्र मरहूम इश्तियाक हुसैन ने अकेले इसकी शुरुआत की थी मरहूम अली हुसैन (भईया) के सन 2015 में इंतेक़ाल होने हो जाने के बाद से जशने ईदे ग़दीर के अमाल और महफ़िल के प्रोग्राम को उनके छोटे भाई शब्बीर हैदर (अम्मार) के द्वारा आज भी हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है जिसमें सैकड़ो की संख्या मे लोग शिरकत करते थे।
लेकिन करोना वायरस को देखते हुए एवम शासन प्रशासन के द्वारा दिए गये गाइडलाइंस का पालन करते हुए जशने ईदे ग़दीर मनाकर एक दूसरे को मुबारकबाद दी गई।
मरहूम अली हुसैन (भईया) के छोटे भाई शब्बीर हैदर (अम्मार) से कुछ पल वार्ता के दौरान उन्होंने बताया कि यह प्रोग्राम मेरे भाई ने कायम किया था इसलिए और जशने ईदे ग़दीर हमारी कौम के लिए ईद से बड़ी खुशी का दिन है इसलिए भी हम सभी जशने ईदे ग़दीर हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं और आगे भी मनाते रहेंगे।
Tags:
Jaunpur